Wednesday, 24 June 2015

Important Points related to Microsoft Office in Hindi

Microsoft Office

Microsoft Office के भाग
1. Microsoft Office word
2. Microsoft Office Excel में पंक्तियों की संख्या
3. Microsoft Office Powerpoint
4. Microsoft Office Outlook Exress

Microsoft Office word

  • यह word processor का बहुत ही लोकप्रिय उदहारण है। इसे MS Word भी कहा जाता है।  
  • Microsoft Office word के document का extension नाम .docx होता है।  
  • Microsoft Office word के versions : 1997, 2000, 2003, 2007, 2010, 2013 etc. 
  • Document : word processor द्वारा बनाई जाने वाली फाइल्स को document कहा जाता है। 
  • Bookmark : document में चिन्हित की हुई एक निश्चित लोकेशन तक पहुचने के लिए bookmark का प्रयोग किया जाता है। 
  • Mini toolbar : Microsoft Office word में टेक्स्ट select करने पर mini toolbar प्रकट होता है।  
  • Encrypt Document : word processor में फाइल को पासवर्ड से प्रोटेक्ट (सुरक्षित) करने को ही Encrypt Document कहलाता है।  
  • Format Tab : आवश्यकतानुसार वर्डआर्ट को modify करने के लिए Format Tab का प्रयोग करते है।  
  • Microsoft Office word के द्वारा हम personal letter, office letter, brochures, fax, business letters (मैन्युअल) जैसे विभिन लिखित document तैयार कर सकते है।  
  • keyboard का Tab button एक बार दबाने पर cursor 0.5 " आगे बढ़ जाता है। 
  • Microsoft Office word में किसी भी document का adhiktam आकार 32 GB तक हो सकता है।  
  • Microsoft Office word 2007 इंटरफ़ेस  

           fig 1                                                                                                     Image credit: नविन कुमार (1wordcut.com )


  • Office button / फाइल menu बार  : यह बटन ऑफिस डॉक्यूमेंट खोलने पर बायीं और ऊपर कार्नर पर होता है।  इसमें फाइल खोलने, सेव करने एवं बंद करने के लिए कमांड होती है।  
  • फाइल menu बार में New (नया वर्ड डॉक्यूमेंट खोलने के लिए), Open (पूर्व में बनाई गई फाइल को खोलने के लिए) , Save (बनाई गई वर्ड फाइल को सेव करने के लिए ), Save as (इससे बनाई गया वर्ड फाइल को वर्ड डॉक्यूमेंट, वर्ड टेम्पलेट, word 1997 -2003 document, pdf और xps document तथा अन्य फॉर्मेट में सेव करने के लिए options आते है ), Print(इसमें print , quick print और print preview आदि options आते है। ) , Send, Publish, Word Options, Exit word  आदि होते है।  
  • Title Bar : यह Microsoft Office word के सबसे ऊपर होता है। यह Microsoft Office word document का screen पर नाम बताता है।  Microsoft Office word 2007 का default name "Document 1" होता है। जब हम इस Document को save करेंगे तो यह किसी desired नाम से replace हो जायेगा।  
  • Quick Access Toolbar: यह Microsoft Office word के उप्र बायीं और होता है।  इसे Save, Undo, Redo आदि सामान्यतौर पर प्रयोग की जाने वाली commonds होती है।   
  • Menu Bar : इसमें Home, Insert, Page Layout, References, Mailings, Review, View तथा Format toolbar आदि Tabs होते है।  
  • Status Bar : यह Document के सबसे नीचे (computer के status बार के just ऊपर ) होता है।  इस पर Document  से सम्बंधित Document information(जैसे total numper of pages, अभी आप किस पेज पर है, तथा Document की language आदि ) , view buttons (इसमें प्रिंट layout , full screen reading, web layout, outline तथा draft आदि options  होते है। )   तथा zoom tools होते है। Microsoft Office word के zoom tools से zoom का minimum size 10 और maximum size 500 होता है।  

Menu Bar 

Menu Bar  के विभिन्न भाग इस प्रकार है - 

1. Home Tab : Home Tab में clip board , font, paragraph, styles तथा Editing आदि होते है। जैसा की नीचे दिए गए fig 2 में दिखाया गया है।
            Clip board में cut, copy, paste तथा format pointer आदि options होते है। जब हम format pointer                        options पर क्लिक करते है तो माउस का pointer paint brush की तरह हो जाता है।
           Font:  Microsoft Office word में font size को Points में मापा जाता है।  Microsoft Office                                     word में सबसे छोटा font size  8 तथा सबसे बड़ा font size 72 होता है।  Font को                                             Bold , Italic तथा Underline किया जा सकता है।
            Font शैली : Arial, Calibri, New Times Roman, Mangal आदि को Font शैली कहा जाता है।
           Paragraph :  Paragraph में Bullets, Numbering, Sort, Alignment, Line spacing                                      तथा Bottom berder आदि होते है।
  • Paragraph ग्रुप home tab के अलावा page layout tab में  भी होता है। 
  • Microsoft Office word में टेक्स्ट, data या नंबर को आरोही या अवरोही क्रम में जमाना ही Sort कहलाता है।
  • Alignment Left, Centre, Right  तथा Justify आदि प्रकार के होते है।
  • Justify Alignment document को दोनों और से Align कर देता है।
  • Text के सामने गोल, आकार, चिन्ह आदि बने होते है Bullets कहलाते है।
  • Paragraph का प्रथम अक्षर काफी बड़ा होता है तथा कई लाइनो तक फैला होता है उसे Drop Caps option द्वारा बनाया जाता है।  
          Style : इसमें विभिन प्रकार की font styles होती है। इस option द्वारा Microsoft Office word                                     में document को automatic रूप से format कर सकते है।
          Editing: इसमें find , replace तथा select आदि options  होते है।

       fig 2

2. Insert Tab
  • इसमें Pages (cover page, blank page तथा page break) , Tables, Illustrations(picture, shapes, charts), Hyperlink, Header और Footer, Equation तथा Symbol आदि options आते है जैसा की fig 3 में दिखाया गया है। 
  • जब कोई Hyperlink पर mouse ले जाता है तो mouse का cursor Hand की तरह दिखता है। 
  • Document में bitmap फाइल को insert करने के लिए object option का प्रयोग किया जाता है।  
  • Footer : जो text हर पेज के bottom में प्रिंट होता है footer कहलाता है।  
  • Header : जो text हर पेज के top  में प्रिंट होता है header कहलाता है।  

      fig 3

3. Page Layout
  • इसमें themes, page setup (इसमें page margin, orientation, size तथा columns आदि होते है।), Line number, page background (इसमें water mark, page colour, page border आदि होते है।) text wrapping आदि options होते है जैसा की fig 4  दिखाया गया है।
  • Page orientation दो प्रकार का होता है - Portrait तथा Landscape
  • water mark किसी पेज की विषयवस्तु को बताने के लिए प्रयोग किया जाता है।  परीक्षा में प्रशन इस प्रकार पूछा जा सकता है - MS Word 2007 में water mark option किस tab में होता है - page layout 
     fig 4


4. References
इसमें Table of contents, Footnote, Endnote, Citations, Bibliography तथा Captions आदि options होते है जैसा की fig 5 में दिखाया गया है।
                 fig 5

5. Mailings
इसमें Envelops, Labels, Mail Merge आदि options होते है जैसा की fig 6  में दिखाया गया है।
Mail Merge option द्वारा अपने document को अलग अलग adress पर प्रिंट करवा सकते है।
               fig 6

6. Review
इसमें Spelling और Grammer, Thesaurus, translate, Comment, Track Changes तथा Protect document आदि options होते है जैसा की fig 7 में दिखाया गया है।
यदि किसी टेक्स्ट में gramatical error  हो तो उस टेक्स्ट के नीचे Green Colour की लाइन दिखती है।
यदि किसी टेक्स्ट में spelling error  हो तो उस टेक्स्ट के नीचे Red Colour की लाइन दिखती है।
 Thesaurus समानार्थक शब्दों की शब्दकोष है जिसका प्रयोग समानार्थक शब्दों को खोजने के लिए किया जाता है।
           fig 7

7. View
इसमें print layout, full screen reading, web layout, draft, ruler, gridlines, switch windows तथा Macros आदि options होते है जैसा की fig 8 में दिखाया गया है।
Macro : MS Word में कई commands की जगह एक ही short cut key को निर्धारित करना macro कहलाता है।
          fig 8

Microsoft Office Word से सम्बंधित Shortcuts  Keys 
Ctrl + A: MS Word में पुरे टेक्स्ट को सेलेक्ट करने के लिए 
Ctrl + X: MS Word में selected टेक्स्ट को cut करने के लिए
Ctrl + Z: MS Word में deleted टेक्स्ट को undo करने के लिए
Ctrl + V: MS Word में selected टेक्स्ट को paste करने के लिए
Ctrl + K: hyperlink insert करने के लिए 
Ctrl + B: MS Word में selected टेक्स्ट को Bold करने के लिए
Ctrl + E: MS Word में selected टेक्स्ट या paragraph को centre alignment  करने के लिए
Ctrl + J: MS Word में selected टेक्स्ट या paragraph को justified alignment  करने के लिए
Ctrl + P: MS Word में pages को प्रिंट करने के लिए
F7: Spelling चेक करने के लिए 
F12: Open dialogue box को open करने की short cut key है।  
Ctrl + = : Subscript करने की short cut key है। (उदहारण X2)
Ctrl + Shift + + : Superscript करने की short cut key है।  (उदहारण X2 )
Ctrl + Shift + > : MS Word में selected टेक्स्ट या paragraph का font size बढ़ाने  के लिए
Ctrl +] : MS Word में selected टेक्स्ट या paragraph का font size प्रत्येक बार 01 बढ़ाने  के लिए


Microsoft Office Excel
  • Microsoft office excel एक प्रकार  spreadsheet है।  
  • इसमें नयी फाइल  का default नाम Book 1  होता है।  प्रत्येक Book 1  में 3 default sheets होती है - sheet 1 , sheet 2 , sheet 3  आदि।  
  • Microsoft office excel में बनाई गई फाइलों लो workbook कहते है।  (या collection of worksheet) 
  • Cell : row और column जहा मिलते है उस कटाव को cell कहा जाता है।  
  • Book 1 का default नाम वैसे ही बदला जा सकता है जैसे माइक्रोसॉफ्ट word में बताया गया है।  sheet 1 , sheet 2 , sheet 3  आदि के  नाम भी यूजर अपने हिसाब से बदल सकते है।  
  • Templates : यह एक ऐसी फाइल है जो "रेडी टू यूज़" रूप में एप्लीकेशन द्वारा यूजर को प्रदान की जाती है। 
  •  Microsoft office excel में फाइल extension नाम  " .xlsx " होता है।  
  • Microsoft office excel 2010 में कुल columns की संख्या 16384 व् कुल rows  की संख्या 1048576 होती है।  
  • Microsoft office excel 2010 में किसी भी worksheet का नाम अधिकतम 31 characters (अक्षर ) का ही हो सकता है।  
  • 12 वीं row तथा 5 वें column का adress होगा = E12 (यहाँ E column को व 12 row को प्रदर्शित कर रहे है ), ठीक इसी प्रकार 20 वीं row तथा 8 वें column का adress होगा = H20 
  • Office button / फाइल menu बार  : यह बटन Microsoft office excel खोलने पर बायीं और ऊपर कार्नर पर होता है।  इसमें फाइल खोलने, सेव करने एवं बंद करने के लिए कमांड होती है।  
  • फाइल menu बार में New (नया worksheet खोलने के लिए), Open (पूर्व में बनाई गई फाइल को खोलने के लिए) , Save (बनाई गई excel फाइल को सेव करने के लिए ), Save as (इससे बनाई गई excel फाइल को excel workbook , excel binary workbook, excel  1997 -2003 workbook, pdf और xps document तथा अन्य फॉर्मेट में सेव करने के लिए options आते है ), Print(इसमें print , quick print और print preview आदि options आते है। ) , Send, Publish, Excel  Options, Exit Excel आदि  options होते है। 
  • Microsoft office excel 2010 में किसी भी column की default चौड़ाई = 8.43 पॉइंट्स होती है। 
  • Header : किसी पेज के ऊपरी मार्जिन में स्थित टेक्स्ट को हैडर कहा जाता है। 
  • Footer : किसी पेज के bottom  मार्जिन में स्थित टेक्स्ट को footer कहा जाता है।  
  • Merge : एक से अधिक क्रमिक cells का चयन करके एक cell बनाने की प्रक्रिया ही cell merge कहलाती है।  
  • $ निशान का प्रयोग : सेल निश्चित करने के लिए यानि सम्बंधित सेल के स्वत: रिफ्रेश को रोकने के लिए column और row की संख्या के पहले $ निशान का प्रयोग करते है।  




1. Home Tab

Home Tab में clip board , font, number, Alignment, styles, cells तथा Editing आदि होते है। जैसा की नीचे दिए गए fig 9 में दिखाया गया है।
            Clip board में cut, copy, paste तथा format pointer आदि options होते है। जब हम format pointer                        options पर क्लिक करते है तो माउस का pointer paint brush की तरह हो जाता है।
           Font:  Microsoft Office excel  में  भी MS Word की तरह font size को Points में मापा जाता है।  Microsoft Office  excel में सबसे छोटा font size  8 तथा सबसे बड़ा font size 72 होता है।  Font को                                             Bold , Italic तथा Underline किया जा सकता है।
            Font शैली : Arial, Calibri, New Times Roman, Mangal आदि को Font शैली कहा जाता है।
       
  • Microsoft Office excel  में टेक्स्ट, data या number को आरोही या अवरोही क्रम में जमाना ही Sort कहलाता है।
  • Alignment Left, Centre, Right  तथा Justify आदि प्रकार के होते है।
  • Justify Alignment document को दोनों और से Align कर देता है।
  • Text के सामने गोल, आकार, चिन्ह आदि बने होते है Bullets कहलाते है।
          Cells : इसमें insert delete format आदि  options  होते है। Name adress में cell address दिखाई देता है।
          Style : इसमें विभिन प्रकार की font styles होती है। इस option द्वारा Microsoft Office word                                     में document को automatic रूप से format कर सकते है।
          Editing: इसमें sort and filter, find , replace तथा select आदि options  होते है।
     fig 9


2. Insert


  • इसमें Pivot table , Tables, Illustrations(picture, shapes), charts(Columns, Line, Pie, Bar, Area, Scatter आदि), Hyperlink, Header और Footer तथा Symbol आदि options आते है जैसा की fig 10 में दिखाया गया है। 
  • जब कोई Hyperlink पर mouse ले जाता है तो mouse का cursor Hand की तरह दिखता है। 
  • Document में bitmap फाइल को insert करने के लिए object option का प्रयोग किया जाता है।  
  • Footer : जो text हर पेज के bottom में प्रिंट होता है footer कहलाता है।  
  • Header : जो text हर पेज के top  में प्रिंट होता है header कहलाता है।  
  • Table : Spreadsheet में दो या दो से अधिक cells के कलेक्शन को टेबल कहते है. 
  • Microsoft Office excel  में Pivot table का प्रयोग डाटा को संक्षिप्त करने के लिए किया जाता है।  
  • Charts : Microsoft Office excel  में डाटा और सूचनाओ को समझने के लिए डाटा और सूचनाओ को graphical रूप से रिप्रेजेंट करना ही चार्ट्स कहलाता है।  Microsoft Office excel में Columns, Line, Pie, Bar, Area, Scatter आदि प्रकार के charts बनाये जा सकते है।  
                      fig 10

3. Page Layout

  • इसमें themes, page setup (इसमें page margin, orientation, size तथा columns आदि होते है।), Line number, page background (इसमें water mark, page colour, page border आदि होते है।) text wrapping आदि options होते है जैसा की fig 4  दिखाया गया है।
  • Page orientation दो प्रकार का होता है - Portrait तथा Landscape
  • water mark किसी पेज की विषयवस्तु को बताने के लिए प्रयोग किया जाता है।  परीक्षा में प्रशन इस प्रकार पूछा जा सकता है - MS Word 2007 में water mark option किस tab में होता है - page layout 
              fig 11


4. Formulas
  • Colon (:) का प्रयोग - फॉर्मूले में शुरू से अंत के cell adress के द्वारा adjuscent range निर्दिष्ट होती है उसको colon dwara पृथक होती है।
  • यदि किसी formated सेल में कोई संख्या ठीक नहीं आती है तो वो ########### द्वारा प्रकट होती है।
  • Excel में फार्मूला हमेशा = चिन्ह से शुरू होता है।  
  • Function पूर्व लिखित फॉर्मूले होते है जो स्वत: गणना करते है।  
  • Transpose : ट्रांसपोस से function row data को column data व column data को row data में बदल देता है।  
  • Excel में किन्ही 20 छात्रों के रिकॉर्ड का औसत जानने के लिए Average फार्मूला का प्रयोग करते है।  


          fig 12

5. Data


        fig 13


6. Review

Comment इन्सर्ट करने के लिए review tab का इस्तेमाल करते है।
Proofing tools review tab में पाई जाती है।
            fig 14

7. View
Freezing : विशिष्ट स्तम्भो को चिन्हित करने की प्रक्रिया ताकि वे पंक्तिया (rows) व स्तम्भ (columns) को सबसे ऊपर हमेशा देखा जा सके।
          fig 15 


Microsoft Office Excel Shortcut keys 
  • Ctrl + W: Excel में workbook को बंद करने के लिए  
  • Alt + F8 : Macros की Shortcut keys 
  • Shift + Ctrl + Spacebar : एक्सेल में वर्कशीट को सेलेक्ट करने के लिए 
  • Shift + F3: Excel में function डालने के लिए प्रयुक्त होता है।  
  • Ctrl + ] : selected font का साइज 1 point से बढ़ाना 
  • Ctrl + [ : selected font का साइज  1 point से  घटाना  
  • Ctrl + delete : cursor के दायी तरफ के word को delete करने के लिए 
  • Ctrl + Backspace : cursor के बायीं तरफ के word को delete करने के लिए
  • Ctrl + Home : cursor को डॉक्यूमेंट के शुरुआत में लाने के लिए
  • Ctrl + End : cursor को डॉक्यूमेंट के अंत में लाने के लिए
  • Ctrl + 1 : single space line 
  • Ctrl + 2 : double space line
  • Ctrl + F1: Task pane को open करने के लिए 
  • Ctrl + F2 : Print preview  को open करने के लिए 
  • Ctrl + Shift  + F12 : डॉक्यूमेंट को Print करने के लिए 
  • F 1 : Help box open करने के लिए 
  • F2 : किसी सेल में data को सम्पादित (enter ) करने के लिए 
  • F4 : last action को repeat करने के लिए 
  • F5 : इससे  find, replace तथा go to microsoft word विंडो open होती है। 
  • F7 : इससे सिलेक्टेड टेक्स्ट की spelling तथा grammer check करते है। 
  • F12 :  इससे  save as विंडो open होती है।
  • Shift + F7 :    इससे सिलेक्टेड टेक्स्ट की thesaurus check करते है। 
  • Shift + F12: open फाइल को save करने के लिए (Ctrl  + S की तरह ही कार्य करता है ) 
  •  Shift + Alt +D : current date insert करने के लिए 
  • Shift + Alt +T : current time insert करने के लिए 



Microsoft Office Powerpoint


fig 16


fig 17


fig 18

fig 19

fig 20

fig 21


fig 22 

Wednesday, 17 June 2015

Computer Languages in Hindi

Computer Languages
computer languages को programming languages भी कहा जाता है।

क्या होती है कंप्यूटर लैंग्वेज : 

  • सामान्यतया लैंग्वेज या भाषा medium of expression  of thought होती है। computer languages एक प्रकार की formal constructed language या artificial language होती है जिनको कंप्यूटर के साथ communicate करने के लिए या निर्देश देने के लिए बनाया जाता है।  
  • Assembly language सबसे पहले designed  computers language थी।  

Assembler :द्वारा symbolic code (low level language (assembly language) को machine level language में बदला जाता है।
Compiler :द्वारा symbolic code (High level language (assembly language) को machine level language में बदला जाता है।

Computer languages के प्रकार 
Computer languages दो प्रकार की होती है।


  1. Low Level computer languages



  • Low Level computer languages कम कीमत पर कंप्यूटर प्रदर्शन और कार्यकुशलता प्रदान करते है।  
  • यह first generation computers और second generation computers में प्रयोग की जाती थी। 
  • Low-level languages को समान्यतया hardware specific task जैसे Drivers , Operating System तथा embedded सिस्टम आदि।
  • Low Level computer languages को सामन्यतया close to the hardware  माना जाता है।  
  • Assembly Language को सबसे lowest level की programming language माना जाता है।  
  • उदहारण : Assembly Language , Machine code (Machine Language- यह सिर्फ कंप्यूटर द्वारा ही read और understand की जाती है , 0 और 1 से बनी होती है। ), 
   

२ High level computer languages 

  • इनको maintained languages भी कहा जाता है। 
  • यह programming को less error prone व् easy बनाने के लिए बनाई जाती है।  
  • यह  third generation के computers से वर्तमान generation के computers तक में आती है।  
  • उदहारण :

  1.  Procedural Language : FORTRAN (Formula Translation - यह पहली High level computer language थी, इसे IBM द्वारा बनाया गया था।   ), 
  2. COBOL (Common Business Oriented Language)
  3. Object oriented languages : उदहारण - C / C++ , Ada आदि 
  4. Class oriented languages : उदहारण - Java (यह C / C++ पर आधारित है। )
  5. Special Languages : HTML, PERL (Practical Extraction and Report Language), SQL (Structured Query Language) आदि 
  6. Declarative Languages : Prolog(Programming inLogic)
  7. Functional Languages : LISP आदि
 अन्य Visual Basic, Pascal, Python, BASIC,   
    .     


Thursday, 11 June 2015

Computer Memory in Hindi

Computer Memory

Bit: Bit का मतलब Binary Digit है।  bit दो अंको यथा 0 व 1 का बना होता है।  कंप्यूटर में डाटा का प्रवाह binary digits में ही होता है।  
Nibble : 4 बिट का समूह Nibble कहलाता है।  
Byte : 8  बिट का समूह Byte कहलाता है।  

Memory Units 
Bit कंप्यूटर Computer Memory की सबसे छोटी यूनिट है वही TeraByte को सबसे बड़ी यूनिट मन जाता है।



क्रम संख्या 
Memory Unit                
विवरण 
1
 Byte
1 Byte = 8 Bit
2
Kilobyte 
1 Kilobyte (KB) = 1024 Bytes
3
Megabyte 
1 Megabyte (MB) = 1024 KB
4
GigaByte 
1 GigaByte (GB) = 1024 MB
5
TeraByte 
1 TeraByte (TB)= 1024 GB
6
PetaByte 
1 PetaByte (PB) = 1024 TB


Computer memory को मुख्यतया दो भागो में बांटा जा सकता है।
  • Primary Memory 
  • Secondary Memory
  1. Primary Memory
  • Primary Memory को Main Memory या Volatile Memory भी कहा जाता है।  
  • ये कंप्यूटर की tomporary memory होती है जिसमे data storage और instructions कंप्यूटर के पावर on रहने तक ही store रहते है।   
  • Primary Memory कंप्यूटर की internal memory होती है।  
  • Primary Memory ही कंप्यूटर को working space प्रदान करती है। 
  • उदहारण : RAM और ROM
RAM 
  • RAM का पूरा नाम Random Access Memory है। 
  • यह Read और Write मेमोरी कहलाती है।  

ROM
  • ROM का पूरा नाम Read Only Memory है।
  • इसमें data storage और programmes permanantly स्टोर होते है। 
  • ROM पर manufactrers द्वारा store किये हुए कुछ standard processing programmes होते है।  
  • ROM  केवल CPU द्वारा ही पढ़ी जा सकती है तथा इसमें कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता है। 
  • Basic input /outpt programmes ROM पर ही stored होते है 
  • ROM primary मेमोरी होते हुए भी Non-Volatile Memory है।  

अन्य Primary Memories 
  • Programmable Read Only Memory (PROM)
  • Erasable Programmable Read Only Memory
  • Cache Memory: इसको CPU मेमोरी भी कहा जाता है। यह एक प्रकार की RAM ही है परन्तु कंप्यूटर का microprocessor एक normal RAM  से Cache Memory को तेजी से access करता है। 
  • Register  
2. Secondary Memory 
यह Non-Volatile Memory कहलाती क्युकि  कंप्यूटर का पावर ऑफ करने के बाद भी stored रहती है।
यह external और permanent memory होती है।  
उदहारण : floppy disks, magnetic tapes, magnetic disks जैसे कि Compact Disk (CD), Digital Versatile Disk (DVD), Blue ray disks, Hard Disk Drives, Flash drives (pen drive) आदि।

Floppy disks - ये आजकल चलन में नहीं है।  
Compact Disk (CD)- सामान्यतया 700 MB की होती है। यह दो प्रकार की होती है - CD-R तथा CD-RW
Digital Versatile Disk (DVD) - सामान्यतया 4.7 GB की होती है परन्तु यह 4.7 GB से 17  GB तक की हो सकती है। यह भी दो प्रकार की होती है - DVD-R तथा DVD-RW
Blue ray disks- सामान्यतया 25 GB से 50 GB की होती है
Hard Disk Drives - data transfer rate सबसे अधिक होती है। यह 128 GB से कई TB तक की आती है। 
Flash drives - सामान्यतया 2 GB से 16 GB की होती है। 
   

Computer Generations in Hindi


Computer Generations

Computer Generations को पांच categories में बांटा गया है।


  1. First Computer Generation: का काल 1946 - 1959 तक माना गया है।  इस  Generation के computers vaccum tubes पर आधारित थे।  
  2. Second Computer Generation: का काल  1959 - 1965 तक माना  गया है।  इस  Generation के computers Transisters  पर आधारित थे।  
  3. Third Computer Generation: का काल   1965 - 1971 तक माना  गया है।  इस  Generation के computers Integrated Circuit पर आधारित थे।  Integrated Circuit किल्बी द्वारा तैयार किये गए थे।  
  4. Fourth Computer Generation: का काल    1971-1980 तक माना  गया है।  इस  Generation के computers VLSI (Very Large Scale Integration) microprocessor  पर आधारित थे।  
  5. Fifth Computer Generation: का काल   1980 से वर्तमान  तक माना  गया है।  इस  Generation के computers ULSI (Ultra Large Scale Integration) microprocessor पर आधारित थे।  


LAN, MAN AND WAN in Hindi

LAN, MAN AND WAN 

LAN
  • LAN का पुरा नाम Local Area Network है।  
  • LAN कंप्यूटर तथा नेटवर्क devices का ऐसा समूह है जो किसी एक बिल्डिंग या अपार्टमेंट में आपस में जुडे होते है।  
  • LAN का उपयोग कम्प्यूटर्स के बीच प्रिंटर, harddisc, स्कैनर आदि share करने के लिए किया जाता है। 
  • इसकी स्पीड 10 MB से 1GB तक होती है।  
  • उदहारण - ईथरनेट 

MAN 
  • MAN का पुरा नाम Metropolitian  Area Network है।
  • MAN का कवरेज एरिया सामान्यतया की एक metrocity या टाउन तक फैला हो सकता है (100 मील तक ) 
  • MAN कवरेज एरिया LAN से ज्यादा व WAN से कम होता है। 
  • MAN की डेटा रेट LAN से ज्यादा व WAN से कम होता है। 
  • इसकी स्पीड 10 MB से 100  MB तक होती है।  
  • उदहारण : City Cable TV network

WAN
  • WAN का पुरा नाम Wide Area Network है।
  • WAN का कवरेज एरिया  एक देश या पुरे विश्व में फैला हो सकता है। 
  • इसका उपयोग सामन्यतया मोबाइल व लैंडलाइन फ़ोन applications हेतु voice व data के लिए किया जाता है।  
  • WAN की डेटा रेट  सबसे ज्यादा होता है। 
  • WAN कवरेज एरिया सबसे ज्यादा होता है। 
  • इसकी स्पीड 10 MB से 100  MB तक होती है।  
  • उदहारण: Internet, GSM, CDMA, HSPA, LTE, BANK तथा बैंको द्वारा लगाई गई ATM या Automatic Teller Machine एक WAN नेटवर्क का उदहारण है। 

EMail (electronic mail) in Hindi

EMail (ईमेल) :
  • EMail का पूरा नाम electronic mail है।  
  • ईमेल के द्वारा दो कम्प्यूटरों के बीच इलेक्ट्रॉनिक पत्र या सन्देश भेजा जाता है।
  • ईमेल के भाग: हैडर, सन्देश व सिग्नेचर।  
  • इंटरनेट ईमेल एड्रेस सभी यूजर के लिए विशिष्ट होते है न की सभी के लिए एक समान।
  • किसी व्यक्ति या संस्था को ईमेल भेजने के लिए सबसे पहले उनका ईमेल अड्रेस जानना जरुरी होता है।
  • सबसे पहले ईमेल का अविष्कार सबीर भाटिया द्वारा किया गया . सबीर भाटिया ने Hotmail बनायीं थी जिसके बाद में Microsoft ने खरीद लिया था।
  • Signin (पहले से बना हुआ ईमेल id जिसमे login करके ईमेल एड्रेस खोला जाता है signin कहलाता है)  Signup (नया ईमेल id बनाना signup कहलाता है।
  • BCC : BCC का पूरा नाम Blind Carbon Copy है। जब भी हम किसी को ईमेल भेजते है तो To और CC fields के reciepients को यह पता नहीं चलेगा की BCC फील्ड में कोनसा reciepient था।  

  • CC: CC का पूरा नाम Carbon Copy है।  
  • उदहारण : Google Mail (GMail), Rediffmail, Yahoomail, Hotmail/Outlook 

Computer Domain in Hindi

Computer Domain (कंप्यूटर डोमेन) 
कंप्यूटर डोमेन एक ऐसा तरीका हैं जिसके द्वारा किसी देश / कंपनी / फर्म की इंटरनेट पर identification की जाती है।  
कंप्यूटर डोमेन दो प्रकार का होता हैं - Geographic and Non-geographic
अ . Geographic कंप्यूटर डोमेन 
    Geographic कंप्यूटर डोमेन से यह पता चलता है की वेबसाइट किस देश से        सम्बंधित है।  
       उदहारण के लिए: .in कंप्यूटर डोमेन का मतलब हैं की यह डोमेन भारत से संभंधित है. इसी प्रकार .au  कंप्यूटर डोमेन का सम्बन्ध ऑस्ट्रेलिया से है।  

ब. Non-geographicकंप्यूटर डोमेन: उदहारण के लिए
.com: एक व्यावसायिक वेबसाइट है
.edu: एक शैक्षणिक  वेबसाइट है
.net: एक दूसरे नेटवर्क की  वेबसाइट है
.int: एक इंटरनेशनल  वेबसाइट है

.org: : एक government  / organisational वेबसाइट है।

Types of computers in Hindi

Types of Computers (कंप्यूटर के प्रकार)
कंप्यूटर सामान्यतय चार प्रकार के होते है-
  1. Microcomputer
  2. Minicomputer
  3. Mainframe computer
  4. Super computer
Microcomputer

  • ये सबसे ज्यादा प्रयोग में लिए जाने वाले तथा सबसे सस्ते कम्प्यूटर्स है।  
  • ये कम्प्यूटर्स सामान्यतया मनोरंजन , शिक्षा, व सामान्य कार्यो के लिए बनाये जाते है।  
  • लैपटॉप, डेस्कटॉप कंप्यूटर, टेबलेट्स, स्मार्टफोन्स तथा Personal Digital Assistant (PDA) या modern calculator आदि Microcomputer के उदहारण है।  


Minicomputer
  • ये कम्प्यूटर्स छोटे व्यवसायों (जैसे उत्पादक) हेतु बनाये जाते है। Minicomputers को “Midrange Computers” भी कहा जाता है।  
  • इस प्रकार के कम्प्यूटर्स को single user के लिए जाता है।  
  • इनका उपयोग उदहारण के लिए किसी उत्पादन विभाग में उत्पादन प्रक्रिया को monitor करने के लिए किया जाता है।  
  • K-202, SDS-92, IBM Midrange computers आदि मिनिकपुटेरस के उदहारण है। 


Mainframe computer
  • यह आकार तथा कीमत में supercomputer से chhote तथा सस्ते परन्तु अन्य कम्प्यूटर्स से बड़े था महंगे होते है।  
  • ये सामान्यतया large amout of data को process और store कर सकते है।  
  • ये सामान्यतया बड़े औद्योगिक इकाइयों, educational institutes, bank, life insurance companies द्वारा व सरकारी organizations द्वारा अपने business operations को चलाने हेतु किया जाता है।  
  • उदहारण: Hitachi Z 800 

Super computer
  • दुनिआ का सबसे तेज, सबसे बड़ा और सबसे महंगा कंप्यूटर है।
  • दुनिया का पहला supercomputer 1964 में Seymour Cray ने बनाया था जिसका नाम था CDC -6600  
  • supercomputer का उपयोग educational institutes में, Atomic energy क्षेत्र में, Weather forecasting में, Space के क्षेत्र में , earthquake studies आदि क्षेत्रो में।  
  • उदहारण : चीन में NUDT Tianhe - 1A, भारत का Param 10000 , Sequoia (USA ) आदि।  
  • भारत द्वारा निर्मित सुपर कंप्यूटर का नाम PARAM है।  PARAM 10000 (भारत में निर्मित प्रथम सुपर कंप्यूटर )
  • विश्व  का सबसे तेज़ सुपर कंप्यूटर : रोड रनर (developed by IBM )
  • भारत का सबसे तेज़ सुपर कंप्यूटर : Eka
  • Maya II एक ऐसा कंप्यूटर है जिसमे सिलिकॉन चिप की जगह DNA धागे का प्रयोग किया गया है।

Parts of Computers in Hindi

Parts of Computers (कंप्यूटर के भाग :
कंप्यूटर के चार मुख्य भाग होते है जैसे CPU, Monitor, Mouse, Keyboard etc. 
अ. CPU : 

  • कंप्यूटर का दिमाग या मस्तिष्क कहलाता है। 
  • इसको e -brain, Processor , Central Processor या Microprocessor  भी कहा जाता है।   
  • CPU and memory दोनों motherboard पर स्तिथ होती है। 
  • मदरबोर्ड को सिस्टम बोर्ड या main board भी कहा जाता है।   
  • विश्व का सबसे पहले processor Intel कंपनी द्वारा 1970  में बनाया गया था।  
  • CPU कंप्यूटर पर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर से प्राप्त होने वाले सभी निर्देशो की पालना करवाना और उनको नियंत्रित करता है।  
  •  CPU दो भाग होते है :

 Arithmatic Logical Unit (ALU) - ये arithmatic और logical कार्य करती है।  
Control Unit (CU): ये memory से निर्देशो को decode करके उनकी पलना करवाती है।  
अभी वर्तमान में दो प्रकार के CPU चलन में है ३२ bitऔर  64 bit 
उदाहरण :Intel और  AMD विश्व की अग्रणी प्रोसेसर निर्माता कम्पनिया है।   Intel Pentium , Intel dual core, Intel core2duos, Intel i3, Intel i5, Intel i7, AMD A10 series आदि ।   

ब. Monitor: 

  • यह कंप्यूटर की display unit है जो की text , video या photo आदि को स्क्रीन पर डिस्प्ले करता है।
  • मॉनिटर का प्राथमिक कार्य है यूजर को सुचना दिखाना।  
  • monitor का डिस्प्ले LCD या LED का बना होता है। 
  •  पुराने monitors CRT (cathode Ray Tube का बना होता था।  
  • मॉनिटर का आकार मॉनिटर के विकर्ण या diagonal में मापा जाता है।
  • मॉनिटर पर नजर आने वाले आउटपुट को सॉफ्टकॉपी कहा जाता है।  


स. कीबोर्ड

  • कीबोर्ड टाइपराइटर keys का सेट होता है जो कंप्यूटर में डाटा enter करने के काम आता है।  
  • कीबोर्ड की सरंचना निर्माण का श्रेय क्रिस्टोफर लॉथम शॉल्स को जाता है 
  • Original keyboard में 84 keys हुआ करती थी परन्तु एक स्टैण्डर्ड कीबोर्ड पर 101  से 104  बटन होत्ते है। 
  • बोर्ड के प्रकार : QWERTY , AZERTY व Dvorak keyboard . 
  •  QWERTY कीबोर्ड सबसे ज्यादा काम में लिया जाता है।  
  • कीबोर्ड पर पाई जाने वाली keys को निम्न तीन भागो में बांटा  जा सकता है :-
  1. Alphanumeric keys : ये अक्षर (letter ) और नंबरों (numbers )keys  से मिल कर बनता है।  
  2. Punctuation keys : ये कॉमा, colon , semicolon आदि से मिल कर बनता है। 
  3. Special keys : फंक्शन keys , arrow keys , control keys , Caps lock keys etc 
परीक्षा के दृष्टिकोण से Special keys सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।  

  • फंक्शन keys :ये keys कीबोर्ड के सबसे ऊपरी भाग पर होती है तथा  F1 to F12 तक होती है। फंक्शन keys सामान्तया Ctrl key , Alt key , Shift key या windows key के साथ प्रयोग की जाती है या कुछ कम्प्यूटर्स में सीधे भी की जा सकती है।  
F 1 : सामन्यताय help key की तरह प्रयोग किया जाता है।  windows key + F 1 का प्रयोग करने पर windows help और support centre खुलता है। 
F2 : चिन्हित फाइल या फोल्डर का rename करने के लिए, माइक्रोसॉफ्ट word में Ctrl key  + F2 इस्तेमाल करने पर प्रिंट preview खुलता है, माइक्रोसॉफ्ट word में Alt key + Ctrl key  + F2 इस्तेमाल करने पर document window खुल जाती है।  
F3 : search window open करती है। 
 माइक्रोसॉफ्ट word में Shift key + F 3 प्रयोग करने पर text uper case से lower case में बदल जाता है तथा प्रत्येक word के पहले letter को केपिटल बनाया जा सकता है।

F4 : windows exploer और internet exploer में address  bar ओपन करती है।  
       Alt + F 4 काम में लेने पर currently Active  window बंद हो जाती है।
       विंडोज को shutdown करने के लिए Alt + F 4 key का प्रयोग किया जाता है।
   
 F 5 : डेस्कटॉप तथा इंटरनेट ब्राउज़र को reload या Refresh  करता है।
         माइक्रोसॉफ्ट पॉवरपॉइंट में slideshow चालू  कर देता है। 
        
F 6 : Ctrl  + Shift + F 6 का प्रयोग करने पर नया microsoft word document ओपन कर देता है।  
         इंटरनेट ब्राउज़र में F 6  key का प्रयोग करने पर माउस cursor सीधा address bar में चला जाता है।  
F 7 : सामान्यतया F 7   key माइक्रोसॉफ्ट word और outlook  में स्पेलिंग चेक करने या grammer चेक करने में प्रयुकत की जाती है।  
       Shift + F 7 प्रयोग करने पर highlighted word का Thesaurus check करता है।  
F8 : कंप्यूटर के स्टार्ट करते समय F8 का प्रयोग करने पर कंप्यूटर सेफ मोड में चला जाता है।  कुछ विंडोज कम्प्यूटर्स में रिकवरी बनाने के लिए भी F8 का प्रयोग किया जाता है। 
F9 : माइक्रोसॉफ्ट worddocument को रिफ्रेश करने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।   माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक में ईमेल भेजने और प्राप्त करने के लिए भी किया जाता है।  
F10 :माइक्रोसॉफ्ट विंडोज में खुली हुई एप्लीकेशन का मेनू बार एक्टिवटे कर देता है।  
F10 key highlightened icon , फाइल या इंटरनेट लिंक पर वाही काम करता है जो माउस का राइट क्लिक करता है।   
F11 : सभी मॉडर्न इंटरनेट ब्राउज़र को फुल स्क्रीन मोड में चालू करने या फुल स्क्रीन मोड से हटाने में प्रयुक्त की जाती है।  
F12 : माइक्रोसॉफ्ट worddocument की Save as window ओपन करने के लिए 
Shift + F12 माइक्रोसॉफ्ट worddocument को Save करता है (ठीक उसी तरह जैसे ctrl + S करता है 

Capslock key: कीबोर्ड पर टाइप करने वाले सभी फॉण्ट (अक्षर) बड़े  हो जाते है।
Homekey : दबाने से कर्सर लाइन के शुरू में पहुंच जाता है।
Endkey दबाने से कर्सर लाइन के अंत  में पहुंच जाता है।
Num Lock : नंबर पैड कार्य करने लगता है व निष्क्रिय होने पर एरो keys की तरह कार्य करने लगता है।
Shift key : Capslock के साथ काम करने पर स्माल अक्षर बनता है और capslock के बिना इस्तेमाल करने पर capital लेटर की तरह काम करता है।
विंडोज़ में किसी फाइल या फोल्डर को हमेश के लिए डिलीट करने के Shift + delete key का इस्तेमाल किया जाता है।  
Backspace : बैकस्पेस से बायीं और के अक्षर को हटाने में प्रयोग किया जाता है. यदि बैकस्पेस key को दबाकर रखा जाये तो पूरी लाइन ही डिलीट है।
Delete key : डिलीट key दबाने से दाई और के अक्षर डिलीट होत्ते है, सभी सिलेक्टेड अक्षर मिट जाते है, तथा सभी सिलेक्टेड फाइल्स मिट जाती है।
Spacebar : ये कीबोर्ड के नीचले भाग पर कीबोर्ड की सबसे लम्बी key  होती है जो की कीबोर्ड पर horizontally placed  होती है। इसको ब्लेंक key  भी कहते है क्युंकि  इसको एक बार प्रयोग करने पर एक alphabet के बराबर जगह खाली हो जाती है।  

Enterkey : सामान्यतया Retrun key भी कहते है।  
Enterkey के प्रयोग से  cursor अगली लाइन के शुरू में चला जाता है।  
इंटरनेट ब्राउज़र में enterkey का प्रयोग टाइप किये गए वर्ड्स को प्रोसेस करने की कमांड देने से सम्बंधित है।
  
Tab key : इस key का प्रयोग एक word के बराबर का space देने के लिए किया जाता है। 
                 Alt  + Tab keys का प्रयोग वर्तमान में मॉनिटर पर चल रही applicaitons के मध्य चुनाव हेतु किया जाता है।
               Tab key का प्रयोग से हेरारकी में आइटम या पैराग्राफ के स्तर में बदलाव कर सकते है।  
               एक बार  Tab key का प्रयोग करने पर M S Word में cursor 0.5 इंच आगे बढ़ता है।   
  
Arrowkey : कीबोर्ड के जिन बटनों पर arrow का निशान होता है उनको arrowkeys  कहा जाता है। 

कॉम्बिनेशन keys : शॉर्टकट तैयार करने के लिए फंक्शन keys के अलावा जिन keys का प्रयोग किया जाता है उनको कॉम्बिनेशन keys  कहा जाता है।
  
फोल्डर या फाइल का नाम देने के लिए सिर्फ alphanumeric keys ( A to Z and 0 to 9) का ही प्रयोग किया जाता है।  
फाइल नाम 
किसी भी फाइल नाम के दो भाग होते है : - फाइल नाम व  एक्सटेंशन नाम 

एक्सटेंशन नाम (file Extension name ): 
         .bmp : पेंट ब्रश की फाइल का एक्सटेंशन नाम है। 
          .txt : नोटपैड की फाइल का एक्सटेंशन नाम है।  
          .docx : microsoft office word 2010 की फाइल्स का एक्सटेंसशन नाम है। 
          .xlsx :  microsoft office excel 2010 की फाइल्स का एक्सटेंसशन नाम है। 

द. माउस:
  • डॉक्टर डगलस एन्जेलबार्ट ने माउस का अविष्कार किया था। 
  • यह एक प्रकार की इंटपुट डिवाइस है। 
  • माउस को एक Pointing डिवाइस के रूप में जाना जाता है।  
  • डेस्कटॉप पर दिखाई देने वाला ऐरो पॉइंटर (Arrow Pointer )का  नियंत्रण माउस द्वारा किया जाता है। 
  • ऑपरेटिंग सिस्टम में स्क्रीन के किसी भी भाग तक आसानी से पहुचने में माउस का प्रयोग किया जाता है।  
  •  इसका मुख्या कार्य होता है कंप्यूटर को command देना या आदेश देना, टाइपिंग करने के लिए कर्सर को सम्बंधित जगह पर ले जाना, किसी भी फाइल को सेलेक्ट करना आदि है ।
  • माउस के प्रकार: लेज़र , राउंड , रबर बाल व ऑप्टिकल
  • mouse सम्बंधित शब्दावली : सिंगल क्लिक, डबल क्लिक, ड्रैग आदि 
  • माउस का double click करना : किसी भी फाइल को ओपन करने या run करने के लिए किया जाता है।  माइक्रोसॉफ्ट वर्ड फाइल में किसी भी वर्ड पर डबल क्लिक करने से वह वर्ड सेलेक्ट हो जाता है।
  • माउस का Dragging करना: माउस के बाये बटन को दबाकर माउस को खिसकना।
  • सामान्यतया मॉनिटर पर माउस की गतिविधियों को तीर के चिन्ह के माध्यम से देखा जा सकता है

कंप्यूटर के अन्य  भाग :
स्पीकर, प्रिंटर, स्कैनर, पेन ड्राइव आदि।  

Printer (प्रिंटर):
  1. डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर
  2. ड्रम प्रिंटर
  3. इंकजेट प्रिंटर - यह प्रिंटर कागज के ऊपर स्याही से छोटे छोटे बिन्दुओ को अत्यंत तेजी से छिड़क कर डाटा को प्रिंट करता है।  
  4. Laserjet  प्रिंटर - यह एक प्रकार का नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर है।  यह सबसे तेजी से काम करने वाला प्रिंटर है 


  • प्रिंटर पर आने वाली कॉपी को हार्डकॉपी कहा जाता है जबकि मॉनिटर पर नजर आने वाली कॉपी को सॉफ्टकॉपी कहा जाता है।   
  • रिबन का उपयोग किस प्रिंटर में होता है? डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर
  • DPI : DPI का मतलब होता है डॉट्स पर इंच (Dots per Inch )

Input और Output Devices के उदहारण 
(Input  Devices) इनपुट डिवाइस : कंप्यूटर के ऐसे भाग जिनकी सहायता से यूजर कंप्यूटर में कोई डेटा प्रविस्ट करता है।  उदहारण के लिए : कीबोर्ड , स्कैनर , माउस, पेन ड्राइव

(Output Devices) आउटपुट डिवाइस : कंप्यूटर के ऐसे भाग जिनकी सहायता से यूजर कंप्यूटर में   प्रविस्ट डेटा (data) को सुचना के रूप में देखता है या प्राप्त करता है।   उदहारण के लिए : Monitor, स्पीकर, प्रिंटर,